प्रश्न –भारतीय संविधान के बारे में निम्नलिखित प्रत्येक निष्कर्ष की पुष्टि में दो उदाहरण दें।
(क) संविधान का निर्माण विश्वसनीय नेताओं द्वारा हुआ। उनके लिए जनता के मन में आदर था।
(ख) संविधान ने शक्तियों का बंटवारा इस तरह किया कि इसमें उलट-फेर मुश्किल है।
(ग) संविधान जनता की आशा और आकांक्षाओं का केन्द्र है।
उत्तर- (क)
(1) हमारे संविधान शिल्पी अत्यधिक विद्वान थे भारतीय संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे जो आगे चलकर भारतीय गणतन्त्र के पहले राष्ट्रपति भी बने।
(2) पण्डित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा वे ही बाद में भारत के पहले प्रधानमन्त्री भी बने प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आम्बेदकर को आज भी भारतीय जनमानस भारी सम्मान देता है।
(ख)
(1) भारतीय संविधान द्वारा शासन की शक्तियों का विभाजन व्यवस्थापिका, कार्यपालिका तथा न्यायापालिका में इस प्रकार से किया गया है कि कोई भी एक संस्था अपने बल पर संवैधानिक ढाँचे को नष्ट नहीं कर सकती है।
(2) संघ एवं उसके इकाई राज्यों में संविधान द्वारा शक्तियों का विभाजन तीन सूचियों- संघीय सूची, राज्य सूची तथा समवर्ती सूची के अन्तर्गत किया गया है। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि शक्तियों के विभाजन में किसी प्रकार का बदलाव करना कठिन प्रक्रिया है।
(ग)
(1) अत्यन्त सन्तुलित एवं न्यायपूर्ण भारतीय संविधान में समाज के विभिन्न वर्गों के व्यापक हितों के अनुरूप अनेक प्रावधान किए गए हैं। जहाँ छुआछूत को संविधान के अनुच्छेद 18 द्वारा समाप्त कर दिया गया है, वहीं वयस्क मताधिकार, मूलाधिकार तथा राज्य के नीति निर्देशक सिद्धान्तों के माध्यम से जनसाधारण की अपेक्षाओं तथा आकांक्षाओं को पूर्ण करने की व्यवस्था की गई है।
(2) संविधान में लोककल्याण को पर्याप्त महत्व दिया गया है तथा न्याय के बुनियादी अर्थात् आधारभूत सिद्धान्त का परिपालन किया गया है।
Q. Give two examples in support of each of the following conclusions about the Indian Constitution.
(a) The Constitution was made by trusted leaders. The public had respect for him.
(b) The Constitution has divided the powers in such a way that it is difficult to change it.
(c) The Constitution is the center of people’s hopes and aspirations.
Answer- (a)
(1) The architect of our Constitution was a highly learned person. The President of the Indian Constituent Assembly was Dr. Rajendra Prasad, who later became the first President of the Republic of India.
(2) Pandit Jawaharlal Nehru presented the objective proposal in the Constituent Assembly and he later became the first Prime Minister of India. Even today, the Indian public gives great respect to the Chairman of the Drafting Committee, Dr. Bhimrao Ambedkar.
(b)
(1) The Indian Constitution has divided the powers of governance into legislature, executive and judiciary in such a way that no single institution can destroy the constitutional structure on its own.
(2) The division of powers in the Union and its unit states by the Constitution has been made under three lists – Union List, State List and Concurrent List. It is noteworthy here that making any kind of change in the division of powers is a difficult process.
(G)
(1) In the very balanced and just Indian Constitution, many provisions have been made according to the broad interests of different sections of the society. While untouchability has been abolished by Article 18 of the Constitution, arrangements have been made to fulfill the expectations and aspirations of the common people through adult franchise, fundamental rights and directive principles of state policy.
(2) Adequate importance has been given to public welfare in the Constitution and the basic principle of justice has been followed.